Saturday, June 21, 2014

आजकल हर सुबह पूछते हो तुम मुझसे 
बड़ी थकी थकी सी लगती है आँखें तुम्हारी 
शायद सोई नहीं हो रात भर !

हैरान हु मैं अपनी किस्मत पर, 
खुश हूँ की चलो तुम्हे  ख्याल तो आया मेरा,
या गम करूँ की मेरे तकिये का कोना जो गीला है आज फिर,
तुमने एक बार भी गौर नहीं किया उसपर 

Translation

Every Morning, you ask me
why do my eyes look so tired.

amused at my fate,

I ask Myself
should I rejoice your attention.
or be anguished that, even today you did not notice the moist edges of my pillow
कभी - कभी कहानियां लिखती हूँ,
कुछ बीते हुए लम्हों को नया मोड़ देकर,
कुछ आने वाले कल के सपने सजाकर। 

और इंतज़ार करती हूँ,
पर ना  बीता हुआ पल बदलता है,
ना ही आने वाला कल सवांरता है ,

रह जाती है तो मेरी कहानियां,
जिनके साथ ख्यालों में ही सही, मेरे सपने मेरी उम्मीदें सांस लेती हैं ,
जिनके साथ शब्दों में ही सही, पर थोड़ी सी ज़िन्दगी जी लेती हूँ मैं !

Translation

Sometimes I write stories.
stories about the past with a new twist.
stories about the dreamy future.

and I wait...

But neither the past changes it's course.
nor the future seems any better.

But my stories remain
through them i live my dreams and my hopes don't die.
 through them i feel alive at least for a while.
सोचती हूँ की ये ज़िन्दगी, शायद ऐसी ही होनी थी 
इतना ही मिलता था शायद !

पर फिर भी लगता है 
उस मोड़ पे जाकर देख आऊं एक बार !

कुछ सवाल जो छोड़ आई थी वहां,
शायद अब उनका जवाब मिल जाये !

Translations

sometimes i wonder,
may be this is what was suppose to happen.
may be this is what i was entitled to get.

but then i still feel.
may be i should revisit that turning of life.
the questions which i left unanswered there.
may be now i will get the answers for those